Wednesday, April 27, 2011

अंक - 01

हाइकु दर्पण के इस अंक में पद्मश्री गोपालदास नीरज की हाइकु कविताओं को प्रकाशित किया जा रहा है।

हाइकु कविताएँ   -   पद्मश्री गोपालदास नीरज

किससे कहें
सबके सब दुख
खुद ही सहें ।

-गोपाल दास नीरज 




पुस्तक समीक्षा के अन्तर्गत-  डा० सुधा गुप्ता का हाइकु संग्रह  -  चुलबुली रात ने

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