सलवान पब्लिक स्कूल के बच्चों के लिए हाइकु कार्यशाला
सलवान पब्लिक स्कूल के बच्चों के लिए हाइकु कार्यशाला
हाइकु दिवस पर सलवान पब्लिक स्कूल, मयूर विहार फेस-3 में छात्र-छात्राओं के लिए एक दिवसीय हाइकु कविता लेखन की कार्यशाला का आयोजन किया गया। हाइकु लेखन कार्यशाला सुप्रसिद्ध हाइकु विशेषज्ञ एवं उप शिक्षा निदेशक, जोन-2, दिल्ली डा० जगदीश व्योम की देखरेख में आयोजित की गयी। इस कार्यशाला में सलवान पब्लिक स्कूल के लगभग 60 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
हाइकु लेखन कार्यशाला में पूर्व उप शिक्षा निदेशक, जिला दक्षिण पूर्व दिल्ली डा० सूरजमणि स्टेला कुजूर, डा० मधु चतुर्वेदी, डा० वीना मित्तल की गरिमामय उपस्थिति रही। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा मलिक ने सभी का स्वागत किया।
|
[हाइकु लेखन कार्यशाला में सलवान पब्लिक स्कूल के बच्चे]
छात्र-छात्राओं को हाइकु कविता के सम्बंध में डा० जगदीश व्योम ने विस्तार से जानकारी दी इसके बाद बच्चों को हाइकु लिखने के लिए कहा गया। बच्चों ने विद्यालय के विस्तृत प्रांगण में पेड़-पौधे, जीव-जन्तु, कीड़े-मकोड़े, चिड़ियों आदि का एक घंटे तक सूक्ष्म निरीक्षण किया और उसके बाद अपनी मन पसंद विषय वस्तु का चयन कर उन पर हाइकु लिखे। इन सभी हाइकु कविताओं का अंग्रेजी में अनुवाद विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती रंजना रात्रा, टी.जी.टी. अंग्रेजी ने किया। श्रीमती रंजना रात्रा द्वारा किया गया हाइकु कविताओं का अनुवाद महत्त्वपूर्ण तो है ही साथ ही मूल हाइकु कवितओं के भाव को मौलिक रूप में प्रस्तुत करने में सफल रहा है। श्रीमती रात्रा का यह अनुवाद कार्य सराहनीय है और भविष्य में विद्यालय के बच्चों को हाइकु तथा अन्य रचनात्मक कार्य करने में इससे प्रेरणा मिलेगी। बच्चों में रचनात्मक प्रतिभा बहुत उच्च स्तर पर होती है आवश्यकता इस बात की है कि उनकी रचनात्मक प्रतिभा को शिक्षक शिक्षिका पहचाने और उन्हें प्रेरित कर सकें तो इन्हीं बच्चों को भविष्य के प्रतिष्ठित रचनाकारों के रूप में बड़ी सहजता से तैयार किया जा सकता है। "भारतीय बच्चों के हाइकु" पुस्तक इस बात का ज्वलंत उदाहरण है।
कार्यशाला में सलवान पब्लिक स्कूल, मयूर विहार, फेस-3, दिल्ली छात्र-छात्राओं द्वारा लिखी गयी हाइकु कविताएँ *** अँग्रेजी अनुवाद श्रीमती रंजना रात्रा TGE English सलवान पब्लिक स्कूल, मयूर विहार, फेस-3, दिल्ली
[Smt. Ranjana Ratra TGT English]
हाइकु कविताएँ ***
नील गगन घने बादल पार बसेरा मेरा Across the blue sky Over the dark clouds Is my abode. -सर्वस्व अरोड़ा IX-A ***
सह न पाया सूरज की गर्मी को चाँद जा छुपा Unable to bear The heat of the sun The moon goes hiding -दक्षा जैन IX-C ***
काटे हैं पेड़ दुखी हैं पशु-पक्षी वन उदास Trees are hacked Saddened animals and birds, The woods silent. -गर्वित VIII-A ***
पेड़ लगाओ प्रदूषण भगाओ मान भी जाओ Sow trees Vanquish pollution, O plese do listen. -सुहान्त मटी V-C ***
चिड़िया बोली पेड़ को मत काटो जी सकूँ मैं भी Birds beseech, Trees you fell not So I may live. -शिवम VII-A ***
चन्द्रमा आया हम भी चल पड़े उसके संग Moon arose Took us along With him. -अवनि शर्मा VI-B ***
मनमौजी है कोयल को गाने दो अपना गीत Cherry bird Let the Koel Koo Her song. -शिवांग उपाध्याय VI-C ***
झरने पास रहकर भी प्यासे वन के पशु Animals of forest Nesting near cascading falls Still Thirsty -प्रनवी VI-B ***
घन गरजा बोलने लगे मोर पानी बरसा Thundering clouds kooking peacocks And lo ! The showers -अनिमेष V-B ***
रोया बादल घर नहीं उसका घूमे आवारा Whining clouds Homeless vagabond Wandering freely. -रिया शर्मा VII-B ***
उद्दण्ड मेघ धरती डूब रही ईश्वर चुप Indecorous clouds Drenched earth The Almighty silent. -अनुष्का राणा VI-C *** |
1 comment:
एक हाइकु सादर पेश कर रहा हूं।
आईना बनूं
हुस्न ए दीदार का
रोज देखना।
Post a Comment