हाइकु दिवस 2012 पर "साहित्यिक मधुशाला हाइकु समूह" द्वारा आयोजित हाइकु प्रतियोगिता की प्रथम तीन हाइकु कविताओं को यहाँ प्रकाशित किया जा रहा है। हाइकु कविताओं का चयन समूह के संचालकों द्वारा किया गया है।
(प्रथम)-
भरें उजास
कोटि हीरक कण
निशा नभ में
-सुशीला श्योराण
(द्वितीय)-
रात चुनर
हीरे जड़े तारों से
चाँद सा मोती
-पुष्पा त्रिपाठी
(तृतीय)-
नभ के तारे
जब उठे लहरें
झील में नाचें
- महेन्द्र वर्मा
.( तॄतीय ) Mahendra Varma
===============================
फेसबुक से चयनित तीन हाइकु--
देख लेती वो
धुँधले चश्मे से भी
गुजरा कल
-डा० रमा द्विवेदी
बीनते रहे
सुखों की कतरन
गुजरी उम्र
-योगेन्द्र वर्मा
कँपकँपाते
जमते सर्द दिन
अलाव ढूँढ़ें
-डा० सरस्वती माथुर
(प्रथम)-
भरें उजास
कोटि हीरक कण
निशा नभ में
-सुशीला श्योराण
(द्वितीय)-
रात चुनर
हीरे जड़े तारों से
चाँद सा मोती
-पुष्पा त्रिपाठी
(तृतीय)-
नभ के तारे
जब उठे लहरें
झील में नाचें
- महेन्द्र वर्मा
.( तॄतीय ) Mahendra Varma
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फेसबुक से चयनित तीन हाइकु--
देख लेती वो
धुँधले चश्मे से भी
गुजरा कल
-डा० रमा द्विवेदी
बीनते रहे
सुखों की कतरन
गुजरी उम्र
-योगेन्द्र वर्मा
कँपकँपाते
जमते सर्द दिन
अलाव ढूँढ़ें
-डा० सरस्वती माथुर
2 comments:
bahut hi shandaar haiku .. ek se badh kar ek moti :)
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