वर्षा की बूंदें
पौधों के पत्तों पर
चमकें मोती
पौधों के पत्तों पर
चमकें मोती
-सुरेश कुमार
धवल मेघ
नीले आसमान पर
रुई के फाहे
धवल मेघ
नीले आसमान पर
रुई के फाहे
-सुरेश कुमार
जीना सार्थक
तभी जब पता हो
अर्थ जीने का
-सुरेश कुमार
महानगर में
रेंगते चींटियों से
लघु मानव
महानगर में
रेंगते चींटियों से
लघु मानव
-सुरेश कुमार
हर इंसान
अपने में अकेला
हलकी लौ' सा
-सुरेश कुमार
हर इंसान
अपने में अकेला
हलकी लौ' सा
-सुरेश कुमार
1 comment:
सभी हाइकु बहुत सुंदर.... अर्थपूर्ण हैं...
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