"हाइकु-२००९" में पद्मश्री डा० गोपालदास नीरज(०४ जनवरी १९२५) से लेकर नवल किशोर बहुगुणा (०४ जुलाई १९८२) तक जन्मतिथि के वरिष्ठता क्रम में ६० हाइकुकारों की ७ - ७ (कुल ४२०) हाइकु कविताओं को प्रकाशित किया गया है। इस संकलन में सम्मिलित कोई भी हाइकुकार इससे पूर्व के संकलनों हाइकु १९८९ तथा हाइकु १९९९ में सम्मिलित नहीं हैं। (हाइकु-१९८९) में ३० हाइकुकार थे और (हाइकु-१९९९) में ४० हाइकुकार सम्मिलित किए गए थे तथा (हाइकु-२००९) में ६० हाइकुकार उपस्थित हैं। पाँच प्रवासी भारतीय भी संकलन में शामिल हैं।
हाइकु-2009 के हाइकुकार-
- डा० गोपालदास नीरज (अलीगढ़),
- महेशचन्द्र सोती (दिल्ली),
- डा० शिव बहादुर सिंह भदौरिया (रायबरेली),
- ललित मावर (इन्दौर),
- डा० मधु भारतीय (गाजियाबाद),
- ओमप्रकाश चतुर्वेदी पराग (गाजियाबाद),
- शयाम खरे (इन्दौर),
- डा०महावीर सिंह (रायबरेली),
- भगवत भट्ट (ग्वालियर),
- बी०एल०गौड़ (गाजियाबाद),
- भास्कर तैलंग (होशंगाबाद),
- डा० बलदेव वंशी (दिल्ली),
- सूर्यभानु गुप्त (मुम्बई),
- श्रीकृष्ण कुमार त्रिवेदी (फतेहपुर),
- डा० कुँअर बेचैन (गाजियाबाद),
- कृष्ण शलभ (सहारनपुर),
- राजेन्द्र मोहन त्रिवेदी बन्धु (रायबरेली),
- वृन्दावन वर्मा (रायबरेली),
- डा० मीना अग्रवाल (बिजनौर),
- सदाशिव कौतुक (इन्दौर),
- डा० सुरेन्द्र सिंगल (सहारनपुर),
- डा० उर्मिला अग्रवाल (मेरठ),
- आर०पी० शुक्ल (लखनऊ),
- राकेश मेहरोत्रा (गुड़गाँव),
- ज्ञानेन्द्रपति (वाराणसी),
- सन्तोष कुमार सिंह (मथुरा),
- धनंजय मिश्र (बाँका, बिहार),
- डा० राजकुमारी शर्मा राज (गाजियाबाद),
- डा० राजकुमारी पाठक (मथुरा),
- डा० रामनिवास मानव (हिसार),
- गिरिश पाण्डे (लखनऊ),
- लक्ष्मीशंकर वाजपेयी (दिल्ली),
- राजेन्द्र वर्मा (लखनऊ),
- पूर्णिमा वर्मन (शारजअह, यू०ए०ई०),
- रमेश चन्द्र श्रीवास्तव (मऊ),
- सुरेश उजाला (लखनऊ),
- प्रदीप गर्ग पराग (फरीदाबाद),
- डा० वीरेन्द्र आजम (सहारनपुर),
- जय चक्रवर्ती (रायबरेली),
- रजनी भार्गव (न्यू जर्सी, संयुक्त राज्य अमरीका),
- पवन कुमार जैन (रायबरेली),
- ओमप्रकाश यती (ग्रेटर नोएडा),
- सितांशु कुमार (लखनऊ),
- बद्री प्रसाद पुरोहित (महासमुन्द, छत्तीसगढ़),
- सुजाता शिवेन (दिल्ली),
- अरविन्द चौहान (बड़ौदा),
- डा० सरिता शर्मा (इन्दिरापरम, गाजियाबाद),
- रमाकान्त (रायबरेली),
- त्रिलोक सिंह ठकुरेला (आबूरोड, राजस्थान),
- रमेश कुमार सोनी (महासमुन्द, छत्तीसगढ़),
- मीनाक्षी जिजीविषा (फरीदाबाद),
- डा० अंजु सुमन (गाजियाबाद),
- अंशु सिंह (दिल्ली),
- पवन कुमार (मैनपुरी),
- डा० भावना कुँअर (आस्ट्रेलिया),
- अर्बुदा ओहरी (बहरीन, यू०ए०ई०),
- प्रदीप कुमार दाश दीपक (साँकरा, रायगढ़, छ०ग०),
- स्वाती भलोटिया (दुबई, यू०ए०ई०),
- ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि (सुलतानपुर),
- नवल किशोर बहुगुणा (देहरादून),
कुछ चुने हुए हाइकु हाइकु २००९ से-
जन्म मरण
समय की गति के
हैं दो चरण।
-गोपालदास नीरज
वंश जो फैला
हो गए पराए से
माता व पिता।
-महेशचन्द्र सोती
सूखा पत्ता भी
छोड़ना नहीं चाहे
खजूर देह।
-डा शिवबहादुर सिंह भदौरिया
किस दर्जी ने
सिला नीला घाघरा
सितारे टाँक।
-भास्कर तैलंग
घाटी की गूँज
दिशा दिशा घूम के
थकी लौटी।
-डा० बल्देव वंशी
जीने न देते
दण्डकारण्य में भी
सोने के मृग।
-श्रीकष्णकुमार त्रिवेदी
जल चढ़ाया
तो सूर्य ने लौटाए
घने बादल।
-डा० कुँअर बेचैन
पुकारा तुम्हें
सिर्फ आवाज लौटी
तुम न आए।
-कृष्ण शलभ
अँधेरी रात
तारे कीलें ठोंकते
उजियारे की।
-सदाशिव कौतुक
कोमा में गया
फिर जगा ही नहीं
मेरा जमीर।
-आर०पी०शुक्ल
टेबुल पर
पड़ी खुली किताब
पढ़ती हवा।
-ज्ञानेन्द्रपति
तितली व्यस्त
बदल नहीं पाई
होली के वस्त्र।
-सन्तोष कुमार सिंह
कोई सामान
बढ़ा जब घर में
हम सिमटे।
-गिरीश पाण्डे
की बगावत
नींव के पत्थरों ने
ढहे महल।
-लक्ष्मीशंकर वाजपेयी
गर्म हवाएँ
खुली सड़क पर
बीन बजाएँ।
-पूर्णिमा वर्मन
बूँदें ओस की
नहीं मरीं षूप से
वक्त से मरीं।
-डा० वीरेन्द्र आजम
गरजे मेघ
कानाफूसी करते
ऊँचे शीशम।
-रजनी भार्गव
सुबह हुई
उड़ चली नभ में
सिन्दूरी रुई।
-सितांशु कुमार
वही है बुद्ध
जीत लिया जिसने
जीवन-युद्ध ।
-त्रिलोक सिंह ठकुरेला
आँसू पोंछने
तैयार मिले लोग
निज शर्तों पर।
-सुजाता शिवेन
देखो तो सही
पत्तों का गिरना
पेड़ का जीना।
-रमाकान्त
उग आई है
रिश्तों में नागफनी
गाँव शहर।
-रमेशकुमार सोनी
बँधेगा जब
कुहरा गठरी में
हँसेगी धूप।
-डा० अंजू सुमन
कैद करती
इन्द्रधनुषी रंग
हठीली ओस।
-अंशु सिंह
दुल्हन झील
तारों की चूनर से
घूँघट काढ़े।
-डा० भावना कुँअर
रूई के फाहे
बादलों पर छाए
वृक्ष नहाए।
-अर्बुदा ओहरी
निर्झर धारा
काई का उबटन
प्रकृति वधू।
-स्वाती भालोटिया
डिम्ब फोड़ के
गहन तिमिर का
चहकी भोर।
-नवल किशोर बहुगुणा
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